छिपाना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
छिपाना क्रि॰ स॰ [सं॰ क्षिप + डालना] [संज्ञा छिपाव]
१. आवरण या ओट में करना । ऐसी स्थिति में करना जिसमें किसी को दिखाई न पड़े या पता न चले । ढाँकना । आड़ में करना । दृष्टि से ओझल करना । गोपन करना ।
२. प्रकट न करना । सूचित न करना । गुप्त रखना । जैसे, बात छिपाना, दोष छिपाना ।