जँचना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
जँचना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ जाँचना]
१. जाँचा जाचा । देख भाल करना ।
२. जाँच में पूरा उतरना । द्दष्टि में ठौक वा अच्छा ठहरना । उचित तथा अच्छा ठहरना । उचित या अच्छा प्रतीत होना । ठीक या अच्छा जान पड़ना । जैसे,—(क) हमें तो उसके सामने यह कपड़ा नहीं जँचता । (ख) मुझे उसकी बात जँच गई ।
३. /?/बान बड़ना । प्रतीत होना । निश्चय होना । मन में बैठना । जैसे,—मुझे तुम्हारी बात नहीं जँचती ।