जंघा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जंघा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ जङ्घा]

१. पिंडली ।

२. जाँघ । रान । उरु ।

३. कैंची का दस्ता जिसमें फल और दस्ताने लगे रहते हैं । यह प्रायः कैंची के फलों के साथ ढाला जाता है पर कभी कभी यह पीतल का भी होता है ।