जगत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जगत ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ जगति = घर की कुरसी] कुएँ के ऊपर चारों ओर बना हुआ चबूतरा जिसपर खड़े होकर पानी भरते हैं ।

जगत ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ जगत्] दे॰ 'जगत्' । यौ॰—जगतजनक = ईश्वर । जगतजननि = दे॰ 'जगज्जननी' । जगतारन = परमात्मा । जगतसेठ ।