जग्ग

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जग्ग पु † ^४ संज्ञा पुं॰ [सं॰ यज्ञ, प्रा॰ जग्ग] दे॰ 'यज्ञ' । उ॰— आयौ सु गंग तट काज जग्ग ।—पृ॰ रा॰, १ ।५७५ ।

जग्ग ^२पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ जगत्] संसार ।