जुत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

जुत पु वि॰ [सं युत ] दे॰ 'युत' । उ॰—(क) जानी जानी नारिन दवारि जुत बन में । —मतिराम (शब्द॰) । (ख) जननद जुत नरवर लई अरु उज्जैन अपार । दब्बोहा पारेछ लइ, रैयत करी पुकार ।—प॰ रासो, पृ॰, ८८ ।