झँसना

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

झँसना क्रि॰ स॰ [अनु॰]

१. सिर वा तलुए आदि में में तेल या और कोई चिकना पदार्थ लगाकर हथेली से उसे बार बार रगड़ना जिसमें वह उस अंग के अंदर समा जाय । जैसे— सिर में कददू का तेल झँसने तुम्हारा सिर दर्द दूर होगा । संयो॰ क्रि॰—देना ।

२. किसी को बहकाकर या अनुचित रूप से उसका धन आदि ले लेना । जैसे—इस ओझा ने भूत के बहाने उससे दस रुपए झँस लिए । संयो॰ क्रि॰—लेना ।