झङ्गर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

झंगर † संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ कन्दरा या देश॰]

१. गुफा । कंदरा । उ॰— मिलै सिंघ गिर झंगराँ, सो एकलो सदीव । रच टोलौ फिरता रहै, जठै तठ बन जीव ।—बाँकी॰ ग्रँ॰, पृ॰ २७ ।

२. धनी झाडी ।