टट्टु

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

टट्टु संज्ञा पुं॰ [अनु॰] [वि॰ ट्टुआनी, टटुई]

१. छोटे कद का घोड़ा । टाँगन । मुहा॰—टटू पार होना = बेड़ा पार होना । काम निकल जाना । प्रयोजन सिद्ध हो जाना । भाड़े का टट्टू = रुपया लेकर दूसरे की ओर से कोई काम करनेवाला ।

२. लिंगेद्रिय ।—(बाजारू) । मुहा॰—टट्टू भड़कना = कामोद्दीपन होना ।