टरी

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

टरी † संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ घात, घात] मतलब निकालने की घात । प्रयोजनसिद्धि का ढंग । ताक । युक्ति । जोड़ तोड़ । मुहा॰—टही लगाना = जोड़ तोड़ लगाना । टही में रहना = काम निकालने की ताक में रहना ।