टाँगुन

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

टाँगुन संज्ञा स्त्री॰ [देश॰ या हिं॰ ककूनी (वैसे ही जैसे किंशुक से टेसू)] बाजरे या कँगनी की तरह का एक अनाज जिसकी फसल सावन भादों में पककर तैयार हो जाती है । विशेष—इसके दाने महीन और पीले रंग के होते हैं । गरीब लोग इसका भात खाते हैं ।