टेर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
टेर ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ तार( = संगीत में ऊँचा स्वर)]
१. गाने में ऊँचा स्वर । तान । टीप । क्रि॰ प्र॰—लगाना ।
२. बुलाने का ऊँचा शब्द । पुकारने की आवाज । बुलाहट । पुकार । हाँक । उ॰—(क) टेर लखन सुनि बिकल जानकी अति आतुर उठि धाई ।—सूर (शब्द॰) । (ख) कुश के टेर सुनी जबै फूलि फिरे शत्रुघ्न ।—केशव(शब्द॰) ।
टेर ^२ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ तार( = तै करना)] निर्वाह । गुजर । मुहा॰—टेर करना = गुजारना । बिताना । काटना । जैसे,— जिंदगी टेर करना ।
टेर ^३ वि॰ [सं॰] तिरछी निगाह का । ऐंचाताना [को॰] ।