डरना क्रि॰ अ॰ [हिं॰ डर + ना (प्रत्य॰)] १. किसी अनिष्ट या हानि की आशंका से आकुल होना । भयभीत होना । खौफ करना । सशंक होना । संयो॰ क्रि॰—उठना ।—जाना । २. आशंका करना । अंदेशा करना ।