डायार्की

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

डायार्की संज्ञा स्त्री॰ [अं॰] वह शासनप्रणाली या सरकार जिसमें शासन अधिकार दो व्यक्तियों के हाथों में हो । द्वैष शासन । दुहत्था शासन । विशेष— भारत में सन् १९१९ ई॰ के गवर्नमेंट आफ इंडिया ऐक्ट के अनुसार प्रादेशिक शासनप्रणाली इसी प्रकार की कर दी गई थी । शासन के सुभीते के लिये प्रदेशों से संबंध रखनेवाले विषय दो भागों में बाँट दिए गए थे । एक रिजर्व्ड या रक्षित विषय जो गवर्नर और उनकी शासन— सभा के अधिकार में था, और दूसरा द्रांसफर्ड या हस्तां— तरित विषय, जो मिनिस्टरों या मंत्रियों के अधिकार में (जो निर्वाचित सदस्यों में से चुने जाते हैं) था । 'रक्षित विषयों' की सुव्यवस्था के लिये गवर्नर और उनकी शासन— सभा भारत सरकार और भारत सिव द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से पार्लमेंट अथवा ब्रिटिश मतदाताओं के सामने उत्तरदाता थी और हस्तांतरित विषयों के लिये गवर्नर के मंत्री अप्रत्यक्ष रूप से भारतीय मतदाताओं के सामने उत्तर— दायी थे । यद्यपि विशेष अवस्थाओं में इनके मत के विरुद्ध कार्य करने का गवर्नर को अधिकार था, परंतु शासनसभा के बहुमत के विरुद्ध गवर्नर आचरण नहीं कर सकता था । शासनसभा के सदस्यों और मंत्रियों में एक अंतर यह भी था कि वे सम्राट् के आज्ञापत्र द्वारा नियुक्त होते थे, परंतु मंत्री को नियुक्त करने और हटाने का अधिकार गवर्नर को ही था । मंत्री का वेतन निर्दिष्ट करने का अधिकार व्यवस्थापिका सभा । को था ।— भारतीय शासनपद्धति ।