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डालना

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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डालना क्रि॰ स॰ [सं॰ तलन (=नीचे रखना)]

१. पकड़ी या ठहरी हुई वस्तु को इस प्रकार छोड़ देना कि वह नीचे गिर पडे़ । नीचे गिराना । छोड़ना । फेंकना । गेरना । जैसे,— ऐसी चीज क्यों हाथ में लिए हो ? उधर डाल दो । संयो॰ क्रि॰—देना । मुहा॰—डाल रखना = (१) किसी वस्तु को रख छोड़ना । (२) किसी काम को लेकर उसमें हाथ न लगाना । रोक रखना । देर लगाना । झुलाना ।

२. एक वस्तु को दूसरी वस्तु पर कुछ दूर से गिराना । छोड़ना । जैसे, हाथ पर पानी जालना, थूक पर राख डालना । संयो॰ क्रि॰—देना ।

३. किसी वस्तु को दूसरी वस्तु में रखने, ठहराने या मिलाने के लिये उसमें गिराना । किसी वस्तु को दूसरी वस्तु में इस प्रकार छोड़ना जिसमें वह उसमें ठहर या मिल जाय । स्थित या मिश्रित करना । रखना या मिलाना । जैसे, घडे़ में पानी डालना, दूध में चीनी डालना, दाल में घी डालना, चूर्ण में नमक डालना । संयो॰ क्रि॰—देना ।

४. घुसना । घुसेड़ना । प्रविष्ट करना । भीतर कर देना या ले जाना । जैसे, पानी में हाथ डालना, कुएँ में डोल डालना, बिल या मुँह में हाथ डालना । संयो॰ क्रि॰—देना ।

५. परित्याग करना । छोड़ना । खोज खबर न लेना । भुला देना । उ॰— केहि अध औगुन आपनो करि डारि दिया रे ।— तुलसी (शब्द॰) ।

६. अंकित करना । लगाना । चिह्नित करना । जैसे, लकीर डालना, चिह्न डालना । संयो॰ क्रि॰— देना ।

७. एक वस्तु के ऊपर दूसरी वस्तु इस प्रकार फैलाना जिसमे ं वह कुछ ढक जाय । फैलाकर रखना । जैसे, मुँह पर चादर डालना, मेज पर कपड़ा डालना, सूखने के लिये गीली धोती डालना । संयो॰ क्रि॰— देना ।

९. शरीर पर धारण करना । पहनना । जैसे, अँगरखा डालना । संयो॰ क्रि॰— लेना ।

१०. किसी के मत्थे छोड़ना । जिम्मे करना । भार देना । जैसे,— (क) तुम सब काम मेरे ही ऊपर डाल देते हो । (ख) उसका सारा खर्च मेरे उपर डाल दिया गया है । संयो॰ क्रि॰— देना ।

११. गर्भपात करना । पेट गिराना । (चौपायों के लिये) । संयो॰ क्रि॰— देना ।

१२. (किसी स्त्री को) रख लेना । पत्नी की तरह रखना । संयो॰ क्रि॰— लेना ।

१३. लगाना । उपयोग करना । जैसे, किसी व्यापार में रुपया डालना ।

१४. किसी के अंतर्गत करना । किसी विषय या वस्तु के भीतर लेना । जैसे,— यह रुपया ब्याह के खर्च में डाल दो ।

१५. अव्यवस्था आदि उपस्थित करना । बुरी बात घटित करना । मचाना । जैसे,— गड़बड़ डालना, आपत्ति डालना, विपत्ति डालना ।

१६. बिछाना । जैसे, खटिया डालना, पलंग डालना, चारा डालना । विशेष— इस क्रिया का प्रयोग संयो॰ क्रि॰ के रूप में भी, समाप्ति की ध्वनि व्यंजित करने के लिये, सकर्मक क्रियाओं के साथ होता है, जैसे, मार डालना, कर डालना, काट डालना, जला डालना, दे डालना, आदि ।