डिंभ
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]डिंभ ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ डिम्भ ]
१. बच्चा । छोटा बच्चा । उ॰— अंब तू हो डिंभ, सो न बूझिए बिलंब अब अवलबं नाहीं आन राखत हों तिरिये ।— तुलसी (शब्द॰) ।
२. पशु का छोटा बच्चा (को॰) ।
३. मूर्ख या जड़ मनुष्य ।
४. एक प्रकार का उदर रोग जो धीरे धीरे बढ़ता हुआ अंत में बहुत भयानक हो जाता है ।
डिंभ † ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ दम्भ]
१. आडंबर । पाखंड ।
२. अभिमान । घमंड । उ॰— करै नहिं कछु डिंभ कबहूँ, डारि मैं तै खोई ।— जग॰ वानी, पृ॰ ३५ ।