ढाढ़

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढाढ़ ^१ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰ या हिं॰ धाड़] चिल्लाहट । उ॰— क्यों भला काम लें न ढाढ़स से । क्यों लगे ढाढ़ मारकर रोने ।—चुभते॰, पृ॰ ५२ ।

ढाढ़ पु † ^२ संज्ञा पुं॰ [अनु॰] एक प्रकार का बाजा जिसे ढाढ़ी बजाते हैं । उ॰— ढाढ़िन मेरी नाचै गावै हौं हुँ ढाढ़ बजाऊँ ।—सूर॰, १० । ३७ ।