ढाढ़ना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढाढ़ना क्रि॰ सं॰ [हिं॰ डाढ़ना] दे॰ 'डाढना' । उ॰—एक परे गाढ़े एक ढाढ़त ही काढे़, एक देखत हैं ठाढे़, कहैं पावक भयावनी । —तुलसी (शब्द॰) ।