ढालवाँ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढालवाँ वि॰ [हिं॰ ढाल] [वि॰ स्त्री॰ ढालवी] जो आगे की ओर क्रमशः इस प्रकार बराबर नीचा होता गया हो कि उसपर पड़ी हुई वस्तु जल्दी से लुढ़क, फिसल या बह सके । जिसमें ढाल हो । ढालदार । ढालू । जैसे—यह रास्ता ढालवाँ है, सँभलकर चलना । उ॰— हाँ इसी ढालवें को जब बस सहज उतर जावें हम । फिर संमुख तीर्थ मिलेगा, वह आति उज्वल पावनतम ।—कामायनी, पृ॰, २७९ ।

२. ढाला हुआ । साँचे के अनुरूप तैयार किया हुआ ।