ढिकलना † क्रि॰ अ॰ [हिं॰ ढकेलना] धक्के से आगे जाना । आगे होना । उ॰— बिना बढ़े ही मैं आगे को जाने किस बल, से ढिकला ।— आर्दा, पृ॰ ५४ ।