ढिठाई

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढिठाई संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ ढीठ + आई (प्रत्य॰)] गुरुजनों के समक्ष व्यवहार की अनुचित स्वच्छंदता । संकोच का अनुचित अभाव । धृष्टता । चपलता । गुस्ताखी । उ॰— छमिहहिं सज्जन मोरि ढिठाई ।—तुलसी (शब्द॰) ।

२. लोकलज्जा का अभाव । निर्लज्जता । उ॰— गोने की चूनरी वैसियै है, दुलही अबही से ढिठाई बगारी ।—मति॰ ग्र॰, पृ॰ २९९ । क्रि॰ प्र॰ —बगारना = (१) धृष्टता करना । (२) निर्लज्जता करना ।

३. अनुचित साहस ।