ढींकू

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ढींकू † संज्ञा स्त्री॰ [देश॰] दे॰ 'ढेकुली' । उ॰— ल्यौ की तेज, पवन का ढींकू, मन मटका ज बनाया । सत की पाटि, सुरत का चाठा, सहजि नीर मुकलाया ।—कबीर ग्रं॰ पृ॰, १६१ ।