तकावी
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]तकावी साँचा:संज्ञा, स्त्री॰ [अरबी तक़ावी]
- वह धन जो ज़मींदार, राजा या सरकार की ओर से ग़रीब खेतिहरों को ऋण स्वरूप दिया जाए, ताकि वे खेती के औज़ार बनवा सकें, बीज ख़रीद सकें या कुआँ आदि बनवा सकें।
- *क्रिया प्रयोग* — बाँटना, देना।
- इस प्रकार का ऋण देने की क्रिया।