तन्तु

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

तंतु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ तन्तु]

१. सूत । डोरा । तागा । यौ॰— तंतुकीठ ।

२. ग्राह ।

३. संतति । संतान । बाल बच्चे ।

४. विस्तार । फैलाव ।

५. यज्ञ की परंपरा ।

६. वंशपरंपरा ।

७. ताँत ।

८. मकड़ी का जाला ।

तंतु ^२पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ तन्त्र] तंत्र । उ॰— जिहि मूरि औषद लगै, जहि तंतु नहि मंतु । पिय पऊष पावै नहीं, व्याधि कहत इमि जंतु ।— रस र॰, पृ॰ ५० ।