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तमक

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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तमक ^१ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ तमकना]

१. जोश । उद्वेग ।

२. तेजी । तीव्रता ।

३. क्रोध । गुस्सा ।

तमक ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] सुश्रुत के अनुसार श्वास रोग का एक भेद । विशेष—इसमें दम फूलने के साथ साथ बहुत प्यास लगती है, पसीना आता है, जी मिचलाता है और गले में धरघराहट होती है । जिस समय आकाश में बादल छाए हों, उस समय इसका प्रकोप अधिक होता है ।