ताकीद

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ताकीद संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] जोर के साथ किसी बात की आज्ञा या अनुरोध । किसी को सावधान करके दी हुई आज्ञा । खूब चेताकर कही हुई बात । ऐसा अनुरोध या आदेश जिसके पालन के लिये बार बार कहा गया हो । जैसे,—मुहर्रिरों से ताकीद कर दो कि कल ठीक समय पर आवें । उ॰—क्या तूने सब लोगों से ताकीद करके नहीं कहा था कि उत्सव हो ?—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ १७६ । क्रि॰ प्र॰—करना ।

ताकीद कामिल संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ ताकीद + कामिल] पूर्ण चेता- वनी । सावधानी । उ॰—जरा इसकी ताकीद कामिल रहे कि कहीं वह बूढ़ा चर्खा मौल्वी न घुस आए ।—प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ॰ ८८ ।