तुकबंद संज्ञा पुं॰ [हिं॰ तुक + बंद ( = बाँधना)] तुक बाँधनेवाला । तुक्कड़ । उ॰—बहुत से तुकबंद प्रत्येक युग में रहते हैं और जीवन पर्यत इसी भ्रम में बने रहते है कि वे कवि है ।— काव्याशास्त्र, पृ॰ ७ ।