तोटा संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'टोटा' । उ॰—सौदा सतगुरु सूँ किया राम नाम धन काज । लाभ न कोई छोहड़ो तोटा सबही भाज ।—राम॰ धर्म॰, पृ॰ ५२ ।