त्रष्टा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

त्रष्टा संज्ञा पुं॰ [?] दे॰ 'तष्टा' (तश्तरी) । उ॰— त्रष्टा अरु आधार भर्त के बहुत खिलौना । परिया टमरी अतरदान रुपे के सौना ।—सूदन (शब्द॰) ।