त्रास

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

त्रास संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. डर । भय । उ॰— जम की सब त्रास बिनास करी मुख ते निज नाम उचारन में ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ १, पृ॰ २८२ ।

२. तकलीफ ।

३. मणि का एक दोष ।