त्रिण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

त्रिण पु संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'तृण' । उ॰—मीढ सहस्साँ मत्थणे लक्ख गिणे त्रिणमत्त ।—रा॰ रू॰, पृ॰ ११५ ।