थली

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थली संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ स्थली]

१. स्थान । जगह । जैसे, पर्वतथली, बनथली ।

२. जल के नोचे का तल ।

३. ठहरने या बैठने की जगह । बैठक । उ॰— थली में कोई सरदार था, उसके पास एक बैष्णव साधु आ गया ।— कबीर सा॰, पृ॰ ९७२ ।

४. परती जमीन ।

५. बालू का मैदान । रेतोली जमीन ।

६. ऊँची जमीन या टीला ।