थामना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
थामना क्रि॰ सं॰ [सं॰ स्तम्भन या स्तभन, प्रा॰, थंभन (=रोकना)]
१. किसी चलती हुई वस्तु की रोकना । गती या वेग अब- रुद्ध करना । जैसे, चलती गाड़ी को धामना, बरसते मेह को थामना । संयो॰ क्रि॰—देना ।
२. गिरने, पड़ने, लुढ़कने आदि ने देना । गिरने पड़ने से बचाना । जैसे, गिरते हुए को थामना, डूबते हुए को थामना । संयो॰ क्रि॰—लेना ।
३. पकड़ना । ग्रहण करना । हाथ में लेना । जैसे छड़ी थामना उ॰— इस किताब को थामो तो मै दूसरी निकाल दूँ ।— संयों॰ क्रि॰—लेना ।
४. सहारा देना । सहायता देना । मदद देना । सँभालना । जैसे,— पंजाब के गेहूँ ने थाम लिया, नहीं तो अन्न के बिना बड़ा कष्ट होता । संयो॰ क्रि॰—लेना ।
५. किसी कार्य का भार ग्रहण करना । अपने ऊपर कार्य का भार लेना । जैसे,—जिस काम को तुम ने थामा है उसे पूरा करो ।
६. पहरे में करना । चौकसी में रखना । हिरासत में करना ।