थिरक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थिरक संज्ञा पुं॰ [हिं॰ थरकना] नृत्य में चरणों की चंचल गति । नाचने में पैरों का हिलना डोलना या उठाना और गिराना ।