थेघ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

थेघ † संज्ञा पुं॰ [देश॰] सहारा । अवलंबन । उ॰—गगन गरज मेघा, उठए धरनि थेघा । पँचसर हिय डोल सालि ।— विद्यापति, पृ॰ १३५ ।