दंदाना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
दंदाना † ^१ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ दंद]
१. गरम लगना । गरमी पहुँचाता हुआ मालूम होना । जैसे, रूई का दंदाना, बंद कोठरी का दंदाना ।
२. किसी गरम चीज के आसपास होने से गरम होना । जैसे, रजाई या कंबल के नीचे दंदाना ।
दंदाना ^२ संज्ञा पुं॰ [फा़॰ दंदानहु] [वि॰ दंदानेदार] दाँत के आकार की उभरी हुई वस्तुओं की पंक्ति । शंकु या कँगूरे के रूप में निकली हुई चीजों की कतार, जैसी कंघी या आरे आदि में होती है ।