दुलार

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दुलार संज्ञा पुं॰ [हिं॰ दुलारना] प्रसन्न करने की वह चेष्टा जो प्रेम के कारण लोग बच्चों या प्रेमपात्रों के साथ करते हैं । जैसे, कुछ विलक्षण संबोधनों से पुकारना, शरीर पर हाथ फेरना, चूमना इत्यादि । लाड़ प्यार । क्रि॰ प्र॰—करना ।— होना ।