दोख पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ दोष] दे॰ 'दोष' । उ॰—चढ़त न चातक चित कबहुँ प्रिय पयोद के दोख ।—तुलसी ग्रं॰, पृ॰ १०६ ।