दोचित्ता वि॰ [हिं॰ दो + चित्ता ] [वि॰ स्त्री॰ दोचित्ती] जिसका चित्त एकाग्र न हो, दो कामों या बातों में बँटा हो । उद्विग्न- चित्त ।