दोचित्ती

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

दोचित्ती संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ दो + चित्त] दोचित्त होने का भाव । चित्त की उद्विग्नता । ध्यान का दो कामों या बातों में बँटा रहना ।