नथ

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

नथ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ नाथना (=नाथ का अगला भाग)] एक प्रकार का गहना जिसे स्त्रियाँ नाक में पहनती है । उ॰—(क) सहजै नथ नाक ते खोलि घरी करयो कौन धौं फंद या सेसरि को ।—कमलापति (शब्द॰) । (ख) इहि द्वै ही मोती सुगथ तू नय गरब निसाँक । जिहि पहिरे जग दृग ग्रसति हँसति लसत सी नाँक ।—बिहारी (शब्द॰) । विशेष—यह बिल्कुल वृत्ताकार बाली की तरह का होता है और सोने आदि का तार खींचकर बनाया जाता है । इसमें प्रायः गूँज के साथ चंदक, बुलाक या मोतियों की जोड़ी पहनाई रहती है । छोटी नथ को बेसर कहते हैं । हिंदुओं में नथ सौभाग्य का चिह्न समझी जाती है ।