निर्जर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
निर्जर ^१ वि॰ [सं॰] जिसे कभी बुढा़पा न आवे । कभी बुड्ढा न होनेवाला ।
निर्जर ^२ संज्ञा पुं॰
१. देवता । विशेष—देवता लोग जरा अर्थात् बुढापे से सदा रक्षित माने जाते हैं, इसीलिये वे 'निर्जर' कहलाते हैं । उनको चिरकिशोर या चिर तरुण भी इसी कारण कह दिया जाता है ।
२. सुधा । अमृत ।