निर्याण
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
निर्याण संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. बाहर निकलना ।
२. यात्रा । रवानगी । प्रस्थान । विशेषतः सेना का युद्धक्षेत्र की ओर अथवा पशुओं का चराई की ओर प्रस्थान ।
३. वह सड़क जो किसी नगर से बाहर की ओर जाती हो ।
४. अदृश्य होना । गायब होना ।
५. शरीर से आत्मा का निकलना । मृत्यु ।
६. मोक्ष । मुक्ति
७. हाथी की आँख का बाहरी कोना ।
८. पशुओं के पैरों में बाँधने की रस्सी । बंधन ।
९. लौह । लोहा (को॰) ।