पँखेरू

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँखेरू संज्ञा पुं॰ [सं॰ पक्षालु] दे॰ 'पखेरू' । उ॰—भएउ अचल धुव जोगि पँखेरू । फूलि बैठ थिर जैस सुमेरू ।—जायसी ग्रं॰ (गुप्त), पृ॰ ३१२ ।