पँजना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पँजना क्रि॰ क॰ [सं॰ पअज (= वृद्ध होना, रुकना)] धातु के बरतन में टाँके आदि द्वारा जोड़ लगना । भलना । भाल लगना ।