पंक्तिच्युत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पंक्तिच्युत वि॰ [सं॰ पङि्क्तच्युत] किसी कलंक, दोष आदि के कारण जाति की श्रेणी से बाहर किया हुआ । बिरादरी से निकाला हुआ ।