पंचकारण

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पंचकारण संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चकारण] जैनशास्त्र के अनुसार पाँच कारण जिनसे किसी कार्य की उत्पति होती हैं । वे ये हैं— काल, स्वभाव, नियति, पुरुष और कर्म ।