पंचगौड़
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
पंचगौड़ संज्ञा पुं॰ [सं॰ पञ्चगौड़] देशानुसार विंध्य के उत्तर बसनेवाले ब्राह्मणों के पांच भेद—सारस्वत, कान्यकुब्ज, गौड़, मैथिल और उत्कल । विशेष—यह विभाग स्कंदपुराण के सह्याद्रि खंड में मिलता हैं और किसी प्राचीन ग्रंथ में नहीं मिलता । दे॰ गौड़ ।