प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
पदन्यास संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पैर रखना । चलना । गमन करना । कदम रखना । उ॰—मृदु पदन्यास मंद मलयानिल बिगलत शीश निचोल ।—सूर (शब्द॰) ।
२. पैर रखने की एक मुद्रा
३. पैर की छाप । चरणचिह्न ।
४. चलन । ढंग ।
५. पद रचने का काम ।
६. गोखरू ।