पिधान

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

पिधान संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. आच्छादन । आवरण । पर्दा । गिलाफ ।

२. ढक्कन । ढकना ।

३. तलवार का मान । खड्गकोष

४. आच्छादित करने की क्रिया (को॰) ।

५. पु किवाड़ । उ॰—सुख के निधान पाए हिए के पिधान लाए ठग के से लाड़ू खाए प्रेममधु छाके हैं—तुलसी (शब्द॰) ।